Pages

online visitors

Saturday, November 9, 2013

Achi kismat

बहते आंसुओं की जुबां नहीं होती,

लफ्जों से मौहब्बत बयां नहीं होती,

मिले जो मोहब्बत तो कदर करना,

क्योंकि मेरे दोस्त किस्मत हर किसी पर मेहरबान नहीं होती।

No comments:

Post a Comment